जल ही जीवन है जल पृथ्वी की आत्मा, जल देता है प्राण । बड़ा ही शक्तिवान जल, करे सृष्टि निर्माण ।। जल हमारे जीवन का आधार है। यह केवल एक प्राकृतिक संसाधन ही नहीं है बल्कि, ऊर्जा, प्रकृति, प्रेरणा, दुनिया को ताजगी और सौंदर्य देने वाला पदार्थ है। जल समस्त प्रकृति के लिए प्रेरक शक्ति है। इतिहास साक्षी है कि जल लाखों लोगों को स्थानांतरित करने की शक्ति रखता है। सिर्फ मनुष्य को ही नहीं ,सजीव और निर्जीव सभी चीजों को प्रत्यक्ष अथवा अप्रत्यक्ष रूप से जल की आवश्यकता होती है।यह हमारी व्यक्तिगत जिम्मेदारी है कि हम जल का प्रयोग बुद्धिमानी से करें, बहुत सारे पेड़ लगाऐं ,स्वच्छता बनाए रखें और जल को प्रदूषित होने से बचाएं । हाइड्रोलॉजिस्ट द्वारा दिए गए निर्देशों का पालन करके हम पर्यावरण और जल चक्र दोनों का सरंक्षण कर, जल प्रबंधन में अपना महत्वपूर्ण सहयोग दे सकते हैं। जल की सेवा, पृथ्वी की सेवा! जैसा कि हमारे ग्रंथों में भी लिखा है...